Monday 18 March 2019

Holi festival

Holi festival



असली होली किसे कहते है How to Celebrate the Holi Festival
रंगों का त्यौहार – होली, कब और क्यों इसकी शुरूआत हुई?

नमस्कार दोस्तो आज हम जानेंगे होली के बारे में
इस ब्लॉग को पूरा पढ़े ओर जाने holi कैसे खेली जाती है

रंगों का त्यौहार – होली Holi festival

होली वसंत ऋतु में मनाये जाने वाला हिंदुओं का सबसे प्रसिद्ध त्यौहार है। यह एक रंगों का त्यौहार हैं जो जीवन में रंगों का क्या माहत्व है, उसको बताता है। वैसे जीस प्रकार से दिवाली बुराई पर अच्छाई की जीत को दर्शाता है ठीक उसी प्रकार से होली का त्यौहार भी बुराई पर अच्छाई को दर्शाता है। देखा जाए तो त्यौहार कई प्रकार से मनाया जाता है। Holi में रंगों तथा फूलों से जश्न मनाने की प्रथा है। होली भारत में दिवाली के बाद सबसे ज्यादा मनाये जाने वाला त्यौहार है। यह दो दिवसीय त्यौहर हैं। इसके पहले दिन होलिका दहन किया जाता है और दूसरे दिन रंगों से होली खेली जाती है जिसको धुलेंडी नाम से भी जाना जाता है। भारत में कई जगह यह त्यौहर एक हफ्ता से भी ज्यादा मनाया जाता है जैसे – ब्रज और मथुरा की होली। Holi से जुड़ी कई सारी प्रथाये हैं लेकिन इसका मुख्य मकसद सिर्फ एक ही है कि आपसी लड़ाई-झगड़े को भूलकर अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के दिलों में अपने लिए प्रेम भावना जागृत करना।

वैसे देखा जाये तो Holi को लेकर लोग अपने अपने तर्क देते रहते हैं। एक तर्क यह भी है कि होली शब्द “होला” शब्द से उत्पन्न हुआ है जिसका अर्थ यह होता है कि नई और अच्छी फसल पाने के लिए भगवान की पूजा करना। इसी तरह होलिका दहन का अर्थ यह है कि जो भगवान के प्रिय व्यक्ति होते है और उनमें विश्वास रखते हैं उनकी भगवान रक्षा अवश्य करते हैं। इसी प्रकार जो भी व्यक्ति राक्षस प्रवृति के होते हैं उन्हे भगवान दंडित करते हैं।

होली (Holi) का इतिहास और महत्व

होली का पर्व अपनी  पारंपरिक और सांस्कृति मान्यताओं की वजह से मनाये जाने वाला हिंदुओं का सबसे पुराना त्यौहार है। इसके बारे में कई पवित्र ग्रंथों जैसे – वेद, पुराण, और धार्मिक पुस्तकों में जिक्र मिलता है। Holi के बारे में एक कथा प्रचलित है जो कि प्रहलाद और उसके पिता हिरण्याकश्यप और  हिरण्याकश्यप की बहन होलिका से जुड़ी है। बहुत समय पहले प्राचिन काल में हिरण्याकश्यप (राक्षस राजा) नामक राजा राज्या करता था। उसका एक पुत्र था जो भगवान विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था और उसकी एक बहन होलिका थी। एक बर हिरण्याकश्यप ने बहुत समय तक भगवान ब्रह्मा की तप किया। उसके बाद भगवान ब्रह्मा ने उसे वरदान दिया। इस वरदान से वह बहुत अधिक शक्तिशाली बन गया। इसके बाद तो हिरण्याकश्यप बहुत से लोगों पर अत्यचार करने लगा और लोगों को कहने लगा कि मेरी पूजा करों आज से मैं ही भगवान हूं। उस समय बहुत से लोग कमजोर और डरे हुए थे। उन लोगों ने उसका अनुसरण करने लगे लेकिन उसका बेटा उसके फैसले से असहमत था। वह अपने पिता को भगवान मानने से इंकार कर दिया और कहा कि केवल एक ही भगवान को मैं मानता हूं वह है श्री विष्णु। इसके बाद तो हिरण्याकश्यप ने अपने पुत्र पर काफी अधिक अत्याचार कियें लेकिन प्रहलाद को भगवान के प्रताप से कुछ नहीं हुआ। अंत में हिरण्याकश्यप ने अपने पुत्र को दंडित करने के लिए अपनी बहन से मदद मांगा। इसके बाद हिरण्याकश्यप की बहन होलिका ने प्रहलाद को मारने के लिए एक योजना बनाई। होलिका को आग में न जलने का वरदान प्राप्त था तो उसने इसी के अनुसार प्रहलाद को अपनी गोद में लेकर आग में बैठ गई। इसका परिणाम यह हुआ कि होलिका तो जल गई लेकिन प्रहलाद को कुछ नहीं हुआ। फिर इसके बाद हिरण्याकश्यप बहुत अधिक गुस्सा हुआ और अपने पुत्र को मारना चाहा लेकिन भगवान विष्णु उसी समय प्रकट हो गये और हिरण्याकश्यप का वध कर दिया। इस कहानी से ये यह पता चलता है कि जो भगवान पर विश्वास करते हैं और अच्छा आचरण करते हैं भगवान उसकी मदद अवश्य करते है। उसी समय से यह त्यौहार होली के रूप में मनाया जाता है।

होली मनाने का एक कारण भगवान श्री कृष्ण से जुड़ी है। भगवान श्री  कृष्ण ने मथुरा और वृंदावन में बहुत सारी गतिविधियां तथा रासलीला की है और इसमें Holi भी एक माहत्वपूर्ण कड़ी है। इतिहास के अनुसार यह कहा जाता है कि होली का त्यौहार राधा और श्री  कृष्ण के समय से शुरू हुआ है। भगवान श्री कृष्ण ने मथुरा में लठमार होली खेली थी तथा Holi से संबंधित कई सारी लीलाएं की थी जिसकी वजह से होली का त्यौहर मथुरा में बहुत ही धुम धाम से मनाया जाता है

असली भगवान कौन है? देखिये इस वीडियो में

दोस्तो त्योहार खुशियो का प्रतीक होता है आजकल त्योहार पैसे वालो का ही रह गया गरीब व्यक्ति का नही ओर अगर हम शास्त्रो अनुकूल साधना करने से ही खुशिया मिलती है शास्त्र अनुकूल साधना हम जब तक नही करेंगे तब तक कोई लाभ नही होगा और अक्सर देखा जाता है कि लोग त्योहारों की आड़ में अपनी दुश्मनी निकाल जाते हैं गलत रंगों का प्रयोग करके दुश्मनी निकालना जी उसके बाद में सामने वाले की जिंदगी बर्बाद हो जाती है रंगों में कई तरह की मिलावट होती है जिससे कि हमें शारीरिक बीमारियों का सामना करना पड़ता है और ऐसी कई तरह की बीमारियां में हो जाती है तो कि कैंसर भी हो सकता है तो दोस्तों ऐसे चोर को क्या मतलब जो हमें खुशियों के बदले नुकसान दे जाए हर त्योहार में दुश्मनी निकालने वाले लोग होते हैं जो कि हमारे दोस्त बनकर हम से दुश्मनी निकाल लेते है दोस्तों आइए जानते हैं असली होली कैसे मनाते हैं


Holi festival कैसे मनाए देखिये वीडियो में

आपने साधु-संत बहुत देखे होंगे और उनके सत्संग भी सुने होंगे लेकिन संत रामपाल जी महाराज एकमात्र ऐसे संत हैं पूरे विश्व में जो कि शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान बताते हैं जिस प्रकार हम विद्यालय में पढ़ाई करते हैं और हमारी पढ़ाई तभी सार्थक होती है जब हम दिए गए सिलेबस से पढ़ाई करके परीक्षा में उत्तीर्ण होते हैं अगर हम उस सिलेबस से पढ़ाई नहीं करेंगे और पूरा साल भर ऐसे ही रहेंगे तो हम परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाएंगे इसी प्रकार दोस्तों मनुष्य जीवन भी एक परीक्षा के समान ही है जिसे हमें भक्ति कर कर मनुष्य जीवन को पूरा करना होता है दोस्तो भक्ति तो सभी करते हैं लेकिन फर्क इतना है कि शास्त्र अनुकूल साधना कैसे करनी है और कैसे होती है या आज तक हमें बताने वाला कोई नहीं मिला लेकिन आज आपके लिए भी मौका है और जो लोग यह जानना चाहते हैं कि शास्त्र अनुकूल साधना कैसे की जाती है और कैसे होती है तो उनके लिए भी अच्छा मौका है आज संत रामपाल जी महाराज सभी ग्रंथों से सच्चाई और प्रमाण दिखाकर लोगों को सच्चा ज्ञान बता रहे हैं और इसी ज्ञान को समझकर लाखों लोगों ने अनेक प्रकार की बुराइयां त्याग दी है और वह स्वस्थ मानव समाज तैयार भी कर रहे हैं संत रामपाल जी महाराज दहेज मुक्त विवाह नशा मुक्त भारत से कई तरह के अभियान है जो कि सरकार की पूरी नहीं कर पाती है वह संत रामपाल जी महाराज सहज रूप से कर रहे हैं और वह सिर्फ इसलिए कि उन्होंने ज्ञान को आधार बनाकर लोगों को समझाया है कि असल में जो हम कर रहे हैं वह क्या है और हमें करना क्या चाहिए दोस्तों आपसे मेरी एक ही गुजारिश है कि संत रामपाल जी महाराज का सत्संग आप सुने यूट्यूब पर जाकर देख सकते हैं आप फेसबुक पर देख सकते हैं आप सत्संग देखें और समझें कि संत रामपाल जी महाराज क्या कह रहे हैं और हमें किस तरह से मनुष्य जीवन जीना चाहिए इससे अनुमान लगा लेंगे की असली त्यौहार कैसे मनाया जाते हैं

मानुष जन्म पाए कर जो नहीं रटे हरि नाम जैसे कुआं जल बिना बनवाया क्या दोस्तों मनुष्य जन्म में मिलता है भगवान की भक्ति करने के लिए लेकिन हम भक्ति ना करके मनुष्य जीवन को व्यर्थ कर रहे हैं

Note:- holi के दिन दुश्मनी न निकले पूर्णप्रमात्मा की भक्ति भक्ति करके मनुष्य जीवन को रंगीन बनाए

www.jagatgururampalji.org

YouTube - sa news channel
धन्यवाद 

Sunday 30 December 2018

happy new year 2019(नया साल)

happy new year 2019(नया साल)


नमस्कार दोस्तों जैसा कि हम सभी को पता है की 31 दिसंबर रात 12:00 बजे के बाद (नया साल) लग जाएगा और हम सभी (नये साल) को त्योहार के रूप में मनाते हैं और सभी रिश्तेदारो ,दोस्तो, को बधाई भी देते हैं कि (नया साल) मुबारक हो लेकिन दोस्तों। कुछ विचार मेरे मन में आए है (नये साल) पर जो मैं आप लोगों के साथ शेयर करना चाहता हूं कृपया करके इसको पूरा पढ़ें।


हम हर साल (नया साल) मनाते हैं लेकिन बदलता कुछ नहीं है दोस्तों सिर्फ साल बदलते हैं और तारीख वही रहती है कुछ नहीं बदलता अत्याचार और अन्याय समय के साथ बढ़ते जा  रहे है सिर्फ बदलता है तो समय बदलता है और बढ़ते हैं अत्याचार हम सोचते हैं कि अभी तो आग सामने वाले के घर में लगी है हमारे घर में नहीं लगी है जिसके घर में आग लगी है वही उसकी सुरक्षा करेगा और आग बुजायेगा लेकिन दोस्तों मैं यह बताना चाहता हूं कि आज उसके घर में आग लगी है तो कल हमारे घर में भी आग लग सकती है इसलिए हम किसी की मदद करेंगे तो वह भी हमारी मदद के लिए आएगा ओर सबसे बड़ी बात इस दुनिया में सुख नाम की चीज नही है। क्योकि चारो और हाहाकार मचा है   फिर ये कैसा (नया साल)

आज के दौर में दोस्तो इंसान इतना दु:खी है की वह सुख की तलाश में दर दर भटकता है क्योंकि उसको सही रास्ता नही मिला है

कुछ पॉइंट आपके सामने रखना चाहता हु 
1.संस्कृति व सभ्यता कि अपनी पहचान व परंपराएं हैं ।
2.हम दुःखी क्यो है ?(नया साल)
3. इस संसार में एक पल का भी भरोसा नही है।(नया साल)
4. अत्याचार, बलात्कार ,अन्याय इन पर रोक कैसे लगाए?(नया साल)
5. नशे से आजादी कैसे मिलेगी (नया साल)
6. गलत रास्ते को त्याग कर सही रास्ते पर कैसे आये।(नया साल)
7. सभी प्रकार से खुशियां कैसे मिले।

1.संस्कृति व सभ्यता कि अपनी पहचान व परंपराएं हैं ।
ये दुनिया विविधताओं से परिपूर्ण है, हर जगह तथा हर क्षेत्र की अपनी संस्कृति व सभ्यता होती है और हर संस्कृति व सभ्यता कि अपनी पहचान व परंपराएं हैं । हर त्योहार की अपनी मान्यताएं होती है, यह मान्यताएं इंसान की अपनी सोच समझ पर आधारित होती है और इसे पीढ़ी दर पीढ़ी पारंपरिक तौर से मनाते हैं। आज हम अंग्रेजी सभ्यता के कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी यानी वर्ष के पहले दिन को उत्साह और रोमांचक तरीके से मनाने व इसके मान्यता के विषय पर चर्चा करेंगे ।

2.हम दुःखी क्यो है ?(नया साल)
दोस्तो इस दुनिया का नियम है जैसा करोगे वैसा भरोगे श्री कृष्णजी ने भी कहा है की कर्म किये जा फल की चिंता मत जैसा कर्म करेगा वैसा फल देगा भगवान  सबसे पहले हमे खुद को बदलना होगा 

हम सुधरेंगे ,जग सुधरेगा।

भक्ति करेंगे तो सारी खुशियां हमारे कदमो में होगी 



3. इस संसार में एक पल का भी भरोसा नही है।(नया साल)
दोस्तो गुरुनानक जी की एक वाणी है।

 ना जाने काल की कर डारे, किस विध ढल जा पासावे।
 जिन्हा दे सिर ते मौत खुडक दी, उनहा नु कैड़ा हासा वे।।

उदाहरण:- गुरुनानक जी ने कहा है इस संसार में कब क्या हो जाए एक पल के बारे में नही सोच सकते कब हमे मृत्यु आजाये हम जिसके लिए खुशियां मनाते है ओर उसी समय कोई हादसा हो जाए तो सारी खुशी दुःख में बदल जाती है 

खुशियां पाने के लिए त्योहार मनाते हैं,
 लेकिन फिर भी हम दुखी रहते हैं ।


वर्ष के पहले तारीख यानी 1 जनवरी(नया साल)को हम मनोरंजक तरीके से त्योहार मनाते हैं इसकी मान्यता ये रही है कि अगर वर्ष के पहले दिन खुशी से बीते तो आने वाले दिन खुशी से बीतेंगे। यह मान्यता कितना सही है लोग भलीभांति समझते हैं सुखी रहने के लिए हमें अन्य तरीका अपनाना होगा।


 4. अत्याचार, बलात्कार ,अन्याय इन पर रोक कैसे लगाए?(नया साल) पर
 दोस्तो हमे सोचने ओर समझने की आवश्यकता है। जितना समय हम व्यर्थ गवा देते है, उसी समय को हम अच्छे काम करके भी बदल सकते है, जैसे बाला विवाह पर रोक,बलात्कारियों झड़ से मिटाना,चोरी न करो , नशा न करो, बुरी नजर मत रखो ये बदलाव स्वयं में लाने होंगे तब जाके ये बुराइयां झड़ से खत्म होगी 
 👉 परंपरा को रोमांचक तरीके से मना कर व्यर्थ में समय पैसा बर्बाद करते हैं ।
👉 खुशियां पाने के लिए त्योहार मनाते है लेकिन फिर भी हम दुखी रहते हैं ।
👉 Happy New Year's कहने से किसी के जीवन खुशियां नहीं आती ।
👉 सभी प्रकार के सुख हमें परमात्मा ही दे सकते हैं ।
उसके लिए हमे परमात्मा को खुश करेंगे तो हमे सारी खुशियां मिल सकती है ।



5. नशे से आजादी कैसे मिलेगी (नया साल)
सभी चाहते है की हम नशे को त्याग दे ओर हॉस्पिटल, बाबाओ के चक्कर काटते है, लाखो रुपए बर्बाद भी करते है 
फिर भी नही छोड़ पाते नशे से होने वाली बीमारियां बड़ी भयंकर होती है इससे परिवार ,समाज नष्ट होता है नशा या कोई भी बीमारी से निजात सिर्फ परमात्मा ही दिला सकते है ।
नया साल मना रहे हो इस नए साल पर "जीने की राह" बुक जरूर पढ़े। क्योंकि इस बुक ने लाखो घरों को सही रास्ता दिखाया है, हर प्रकार की बीमारी से दूर किया है।



 6. गलत रास्ते को त्याग कर सही रास्ते पर कैसे आये।(नया साल)
दोस्तो अहोभाग्य है की हमे मनुष्य जन्म मिला है ओर  परमात्मा भी  बस दुःख इस बात है की आज तक हमे किसी ने सही मार्ग नही दिखाया सब अपनी-अपनी बाते बताते है प्रमाण भी नही देते ही की वास्तव में परमात्मा कोन है कैसा दिखता है कैसे आता है ।
मगर एक परम् सन्त है जो प्रमाण भी देते है ओर साबित भी करते है की परमात्मा कबीर साहेब है उन परम् संत का नाम संतरामपाल जी महाराज है जो एक स्वच्छसमाज की स्थापना कर रहे है अगर आप भी स्वचछ समाज का हिस्सा बनना चाहते है, तो हमसे जुड़े ओर सही मार्ग पर चले।


7. सभी प्रकार से खुशियां कैसे मिले।
सभी प्रकार के खुशी हमें परमात्मा ही दे सकते हैं ।

जो ईश्वर /भगवान /अल्लाह/ परमात्मा पर विश्वास रखते हैं उनके लिए इनसे बढ़कर कोई नहीं हो सकता । आज के आधुनिक युग में हम आध्यात्मिक शक्ति को भूलते जा रहे हैं क्योंकि हमें कोई सच्चा अध्यात्मिक गुरु नहीं मिला एक सच्चा गुरु ही हमें जीवन के उद्देश्य को बता सकते हैं , गलत मार्ग से बचाकर सही मार्ग पर ले जाते हैं जिससे जीवन में आने वाली कठिनाइयों से दूर रहते हैं और सुखी से जीवन व्यतीत करते हैं दोस्तों वर्तमान में सच्चा गुरु संत रामपाल जी महाराज जी है जो ईश्वरीय शक्ति से परिचित करवा रहे हैं जिससे हर तथाकथित धर्म के लोग लाभ ले रहे हैं चाहे वो हिंदू ,मुस्लिम , सिक्ख या क्रिश्चियन । सुखी रहने के लिए हमें आज कोई त्योहार मानने की आवश्यकता नहीं ।


             जीव हमारी जाती है, मानव धर्म हमारा।
हिन्दू मुस्लिम,सिक्ख, ईसाई, धर्म नही कोई न्यारा।।


निःशुल्क पुस्तक डाउनलोड करे।

Facebook :- sa news channel

Instagram :- sanewschannel

Twitter :-   sa news channel 

Youtube :-  sa news channel


अधिक जानकारी के लिए हमारी  website:- www.jagatgururampalji.org

Sunday 25 November 2018

ये_कैसा_विकास


  • ये_कैसा_विकास

मोदी सरकार के पांच साल 

नमस्कार दोस्तों जैसा की आप सभी जानते हैं कि मोदी सरकार के 5 साल पूरे होने वाले हैं केंद्र सरकार में चुनाव चल रहे हैं पुराने वाले कुछ महीनों के बाद प्रधानमंत्री के चुनाव भी हो जाएंगे दोस्तों 5 साल हो चुके हैं 5 सालों में विकास अभी तक नहीं मिला है मोदी जी ने चुनाव से पहले और चुनाव के बाद काफी वादे किए हैं जिन पर एक बार नजर डालते हैं
1. बेरोजगारी खत्म
2. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ 
3. नशा मुक्ति अभियान
4. किसान योजना 
5. जनधन योजना 
6. नोटबन्दी 

1. बेरोजगारी खत्म 
 मोदी जी ने चुनाव से पहले भी कहा था चुनाव के बाद ही काफी बार कहा है लेकिन मुझे आज तक बेरोजगारी खत्म होते हुए नजर नहीं आई है आखिर क्या कारण है जो मोदी सरकार बेरोजगारी खत्म नहीं कर पा रही है और सोचने वाली बात यह है हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर कहते हैं कि बेरोजगारों को नौकरी दिलाने का हमने क्या ठेका ले रखा तुमसे कहना चाहता हूं कि आपको सीएम और पीएम बनाने का क्या जनता ने ठेका ले रखा ।


  2. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ 
  मोदी सरकार ने नारा तो लगा दिया बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर असल में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ होता क्या है यह मोदी सरकार को नहीं पता दोस्तों बेटी बचाओ का मतलब होता है बेटियों के ऊपर कोई भी अत्याचार दुराचार होता है तो उसके खिलाफ आवाज उठाना और बहनों की मदद करना लेकिन यहां पर तो कुछ और ही होता है मोदी सरकार के ही कुछ बीजेपी के नेता बेटियों का बलात्कार करते हैं अब दोस्तों बताइए कि इंसान अगर मदद के लिए जाए तो जाए कहां चाहे मध्य प्रदेश हो या उत्तर प्रदेश हो या हरियाणा हो हरियाणा की खास बात है हरियाणा में बच्चे भी सुरक्षित नहीं है फिर बेटियां कहां से सुरक्षित होगी मोदी सरकार चाहे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के लिए कितने भी नियम लागू करते हैं जब तक गुनहगारों को कड़ी सजा नहीं मिलती तब तक कोई सुधार नहीं हो सकता और सबसे बड़ी बात है कि समाज में अच्छी बातों का होना जरूरी है जब तक वातावरण शुद्ध नहीं होगा तब तक इंसान नहीं सुधर सकता तो मोदी सरकार से आब कोई उम्मीद नहीं है कि मोदी सरकार कुछ कर पाएगी

3. नशा मुक्ति अभियान
नशा मुक्ति अभियान मोदी सरकार ने चलाया था लेकिन कोई असर नहीं हुआ खास इसका कारण मैं बताता हूं किसी चीज को खत्म करने के लिए जड़ से मिटाना पड़ता है जब तक नशा बेचने वालों की दुकानें बंद नहीं होगी तब तक नशा बंद नहीं हो सकता चाहे कितना भी इलाज करवा लो या फिर एक इलाज और है उसका शास्त्र अनुकूल साधना करो और पूर्ण गुरु के शरण में जाओ उसकी बताई हुई भक्ति करो तो नशा क्या कोई बीमारी भी खत्म हो जाएगी नशा बहुत लोग छोड़ना चाहते हैं लेकिन इतना आसान नहीं है नशा छोड़ना नशे से काफी घर बर्बाद हो चुके हैं काफी महिलाएं विधवा हो चुकी है बच्चे अनाथ हो चुके हैं लेकिन सरकार ही नहीं चाहती कि लोग नशे से बाहर आए और उन्नति की ओर बड़े सरकार यही चाहती है कि लोग नशा करें और नशे में रहे और हमारा राज चलता रहे लेकिन अब ऐसा नहीं होगा मोदी जी जनता जाग चुकी है।


4. किसान योजना 
मोदी जी ने किसानों के ऊपर योजना चलाई थी एक बात बहुत ही मजेदार है मोदी जी ने किसी को भी नहीं छोड़ा सब के ऊपर कोई ना कोई योजना लागू जरूर की है परंतु कोई भी योजना कामयाब नहीं हो पाई किसानों को आग नुकसान हुए तो मोदी सरकार के मुताबिक इन को मुआवजा दिया जाता इन्हीं कुछ मांगों को लेकर किसान दिल्ली पहुंचे थे तो उनके साथ क्या हुआ देश जानता है उनके साथ ऐसा सुलूक किया गया  जैसा कि जानवरों को पर किया जाता है हालांकि जानवरों के ऊपर भी इतना कोई नहीं करता जितना कि बीजेपी सरकार ने किया है


5. जनधन योजना 
मोदी सरकार ने हर एक इंसान का जीरो बैलेंस पर बैंक में खाता खुलवाया था और यह कहा था कि सब के खाते में  15-15लाख रुपए खाते में आएंगे पर आज तक 15लाख नहीं आए सवाल पूछना चाहते हैं कि वह पैसे कहां अटक गए जब से मोदी सरकार आई है जनता का हित कभी नहीं हुआ अहित ही हुआ है अत्याचार ही हुए हैं


6. नोटबन्दी 
नोट बंदी करवाकर मोदी सरकार ने भारत की आम जनता को इतना बड़ा झटका दिया है जिसका कोई अंदाजा नहीं लगा सकते इसमें फायदा सिर्फ बड़े लोगों को हुआ है छोटे मजदूर लोगों को नहीं हुआ है और उन महिलाओं को नुकसान हुआ है जो महिलाएं एक एक रुपये बचाकर अपने घर में रखती है कि कहीं काम आएगा लेकिन मोदी सरकार क्या करती है रातों-रात नोटबंदी करके सबसे बड़ा झटका देती है नोटबंदी में हमने यह भी देखा है कि बड़ा व्यापारी कंपनी का मालिक कभी नहीं आया लाइन में लगने के लिए सारे मध्यम वर्ग के लोग थे इसका मतलब यह है कि मध्यम वर्ग के जो लोग हैं उनके पास ही सारा काला धन है फिर बड़े बिजनेसमैन देश छोड़ छोड़ कर क्यों भागे जो आज भी हाथ नहीं लगे और देश की जनता से कहना चाहता हूं कि समय रहते संभल जाइए और अपनी आंखें खोलिए है और सच और झूठ को जानिए फिर पता लगे कि 2019 में चुनाव हारने के बाद मोदी जी भी फरार फिर अपने हाथ पर हाथ धरे बैठे रहना

Note:-
दोस्तों एक जरूरी बात कहना चाहूंगा जिसे थोड़ा ध्यान से पढ़ना और समझना अच्छा लगे तो अच्छी बात है ना लगे तो कोई बात नहीं लेकिन पढ़ना जरूर देश का भविष्य सुधरेगा तो सिर्फ और सिर्फ तत्वदर्शी संत से और शास्त्र अनुकूल ज्ञान से और वह हमें कहां से मिलेगा पूरे भारत में पूरे विश्व में सिर्फ एक ही संत है जो हमेशा शास्त्र अनुकूल साधना दे सकता है तत्वदर्शी संत है जो हमारे शास्त्रों में पुराणों में बताया गया है उसी अनुसार हमें भक्ति करवाता है और हमें मोक्ष की प्राप्ति करवाता है और हमें सुखी जीवन देता है मोदी जी क्या मोदी जी के सात् पीढ़ी भी आ जाए तो भी इस देश के संविधान को नहीं बदल सकती ना ही इस देश के हालात को बदल सकती हैं मोदी जी चाहे कितनी भी कोशिश कर ले हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं बेगुनाहों को सजा करवा रहे हैं और अत्याचार कर रहे हैं भ्रष्टाचार इतना फैला दिया है कि न्यायपालिका में भी अगर आप न्याय मांगने जाते हो तो वहां पर भी आपको न्याय नहीं मिलता है क्योंकि भ्रष्टाचार का कीड़ा चारों ओर लग चुका है इसे सिर्फ एक संत ही मिटा सकता है दोस्तों समय है उस संत को पहचान लो वरना बाद में पछतावे के अलावा कुछ नहीं रहेगा यही सत्य है मोदी जी के मन की बात तो बहुत सुनी होगी आज मेरी बारी है आम नागरिक की

संत रामपाल जी महाराज जी ने करवाये लाखो दहेज रहित विवाह और लाखों की संख्या में लोगो को मिली है नशे से आजादी, संत रामपाल जी के अनुयायी नही करते चोरी ठगी नही लेते रिश्वत नही करते अत्याचार रिश्वत खोरी नही करते

फिर भी  बीजेपी सरकार ने ओर भ्रस्ट अधिकारियों ने मिल कर षड्यंत्र के तहत बेगुनाह संत जी को सजा करवादी क्या है इसका राज  देखे आप भी सच्चाई जाने।


Click now


   धन्यवाद                                 

www.jagatgururamaplji.org

Tuesday 6 November 2018

परमात्मा कौन है? (who is God?)

परमात्मा कौन है? (who is God.?)

जीव हमारी जाती है, मानव धर्म हमारा ।
हिन्दु मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई,धर्म नही कोई न्यारा।।


1. परमात्मा कौन है? (who is God.?)
2. परमात्मा एक है। (God is one)
3. परमात्मा कबीर जी है। (God is kabir)
4. कबीर जी ही परमात्मा है इस बात का प्रमाण चारो      वेदों में ,गीताजी में और कुरआन शरीफ में है।(God is Kabir, proof in Vedas, Gita, Qur'an,)
5. वेद (Vedas.)
6. गीता जी (Gita.)
7. कुरआन शरीफ (Qur'an.)

1. परमात्मा कौन है?परमात्मा कौन है? (who is God.?)

आज सभी के मन में एक ही सवाल होता है परमात्मा कौन है?(who is God.?) पर किसी ने सही तरीके से प्रमाण देकर नही बताया  की परमात्मा (God) कौन है। अगर बताया भी होगा तो सबने अपने मन से बताया है।

2. परमात्मा एक है । (God is one.)
हम जहा भी जाते है ओर किसी को पूछते है।परमात्मा कौन है? (who is God.?) तो सभी धर्म में सब अपने अपने धर्म के परमात्मा (God) बनाए बैठे है। और कहेंगे परमात्मा एक है। (God is one.और सभी धर्म इसी प्रकार भर्मित (Confusion) है। की आखिर परमात्मा कौन है ? (God is one.) है कौन किसे अपना भगवान माने किसी की पुजा करे ताकि हमे सारी सुविधाएं मिल सके।आइये जानते है, की परमात्मा एक (God is one.) कौन है? जिसकी हमे जरूरत है।

3.परमात्मा कबीर जी है। (God is kabir)
आप ये सोच रहे होंगे की ये मेने क्या लिख दिया पर यही सच है, की परमात्मा कबीर जी आ(God is kabir) ही है। इनके अतिरिक्त पूरे ब्रह्मांड में कोई ओर परमात्मा नही है।

4.  कबीर जी ही परमात्मा है इस बात का प्रमाण चारो वेदों में ,गीताजी मेंऔर कुरआन शरीफ में है।(God is Kabir, proof in Vedas, Gita, Qur'an,)

5. वेद (Vedas.)
ऋग्वेद मण्डल नं 9 सूक्त नं 96 मंत्र नं 17 से 20
ऋग्वेद मण्डल नं 10 सूक्त नं 90 मंत्र नं 3 से 5 और15,16
यजुर्वेद अध्याय नं 29 मन्त्र नं 25
सामवेद अध्याय नं 4 खण्ड नं 25 के श्लोक नं 8
सामवेद अध्याय नं 12 खण्ड नं 3 के श्लोक नं 5 mi
अर्थववेद कांड नं 4 अनुवाक नं 1 मन्त्र नं 7
परमात्मा कौन है (who is God.?) का प्रमाण है।

6.  गीता जी (Gita.)
गीता जी अध्याय नं 8 के श्लोक नं 9
परमात्मा कौन है  (who is God.?)  का प्रमाण है।

7.  कुरआन शरीफ (Qur'an.)
पवित्र कुरआनशरीफ सूरत फुरकानी 25 आयत नं 52 से 59
परमात्मा कौन है (who is God.?) का प्रमाण है।

Monday 29 October 2018

एक ऐसा देश जहा न्याय मांगने पर जेल मिलती है?

एक ऐसा देश जहा न्याय मांगने पर जेल मिलती है?  

2014 के बाद का मंजर।
1.आजाद कहा जाने वाला देश आज फिर गुलाम। 
2.असल में आजाद कौन है?
3.अत्याचार ओर अन्याय।
4.जय जवान जय किसान के नारे का अपमान।

1.आजाद कहा जाने वाला देश आज फिर गुलाम।
कहते है, हमारा भारत देश आजाद है। यहां की जनता आजाद है। पर जब हकीकत में देखा जाए तो इस समय  आम जनता आजाद नही है।

2.असल में आजाद कौन है?
सही मायने में देखा जाए तो आजाद वो लोग है जो भ्रष्टाचार करते है व्यभिचारी ,चोरी, धोखाधड़ी, करते बड़े बड़े नेता सरकारीअफसर जज, वकील, आदि। 

3.अत्याचार ओर अन्याय।
वोट की राजनीति करने वाले पहले बड़े बड़े वादे करते है ओर बाद में पीठ दिखाते है गरीब आदमी को अगर संकट आता है तो वो अपने राजा के पास जाकर मदद मांग लेकिन ऐसे भ्रष्ट राजा (नेता) आम जनता की न सुन कर अपने मन की सुनते है। अब इंसान जाए तो जाए कहा अत्याचार करके मुँह बन्द करवा दिया जाता है जबकी एक राजा का फर्ज होता है की प्रजा की बात सुन कर उसे पूरी करना पर ऐसा नही होता आखिर क्यों?


4.जय जवान जय किसान के नारे का अपमान।
न किसान खुश है न जवान खुश है क्योंकि किसानों को मारा जा रहा है ओर जवानों को जेल भेजा जा रहा है 
अब देश में आजादी किसको है आप ही बतओ



Holi festival

Holi festival असली होली किसे कहते है  How to Celebrate the Holi Festival रंगों का त्यौहार – होली, कब और क्यों इसकी शुरूआत हुई? नमस...