नमस्कार दोस्तों जैसा कि हम सभी को पता है की 31 दिसंबर रात 12:00 बजे के बाद (नया साल) लग जाएगा और हम सभी (नये साल) को त्योहार के रूप में मनाते हैं और सभी रिश्तेदारो ,दोस्तो, को बधाई भी देते हैं कि (नया साल) मुबारक हो लेकिन दोस्तों। कुछ विचार मेरे मन में आए है (नये साल) पर जो मैं आप लोगों के साथ शेयर करना चाहता हूं कृपया करके इसको पूरा पढ़ें।
हम हर साल (नया साल) मनाते हैं लेकिन बदलता कुछ नहीं है दोस्तों सिर्फ साल बदलते हैं और तारीख वही रहती है कुछ नहीं बदलता अत्याचार और अन्याय समय के साथ बढ़ते जा रहे है सिर्फ बदलता है तो समय बदलता है और बढ़ते हैं अत्याचार हम सोचते हैं कि अभी तो आग सामने वाले के घर में लगी है हमारे घर में नहीं लगी है जिसके घर में आग लगी है वही उसकी सुरक्षा करेगा और आग बुजायेगा लेकिन दोस्तों मैं यह बताना चाहता हूं कि आज उसके घर में आग लगी है तो कल हमारे घर में भी आग लग सकती है इसलिए हम किसी की मदद करेंगे तो वह भी हमारी मदद के लिए आएगा ओर सबसे बड़ी बात इस दुनिया में सुख नाम की चीज नही है। क्योकि चारो और हाहाकार मचा है फिर ये कैसा (नया साल)
आज के दौर में दोस्तो इंसान इतना दु:खी है की वह सुख की तलाश में दर दर भटकता है क्योंकि उसको सही रास्ता नही मिला है
कुछ पॉइंट आपके सामने रखना चाहता हु
1.संस्कृति व सभ्यता कि अपनी पहचान व परंपराएं हैं ।
2.हम दुःखी क्यो है ?(नया साल)
3. इस संसार में एक पल का भी भरोसा नही है।(नया साल)
4. अत्याचार, बलात्कार ,अन्याय इन पर रोक कैसे लगाए?(नया साल)
5. नशे से आजादी कैसे मिलेगी (नया साल)
6. गलत रास्ते को त्याग कर सही रास्ते पर कैसे आये।(नया साल)
7. सभी प्रकार से खुशियां कैसे मिले।
1.संस्कृति व सभ्यता कि अपनी पहचान व परंपराएं हैं ।
ये दुनिया विविधताओं से परिपूर्ण है, हर जगह तथा हर क्षेत्र की अपनी संस्कृति व सभ्यता होती है और हर संस्कृति व सभ्यता कि अपनी पहचान व परंपराएं हैं । हर त्योहार की अपनी मान्यताएं होती है, यह मान्यताएं इंसान की अपनी सोच समझ पर आधारित होती है और इसे पीढ़ी दर पीढ़ी पारंपरिक तौर से मनाते हैं। आज हम अंग्रेजी सभ्यता के कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी यानी वर्ष के पहले दिन को उत्साह और रोमांचक तरीके से मनाने व इसके मान्यता के विषय पर चर्चा करेंगे ।
2.हम दुःखी क्यो है ?(नया साल)
दोस्तो इस दुनिया का नियम है जैसा करोगे वैसा भरोगे श्री कृष्णजी ने भी कहा है की कर्म किये जा फल की चिंता मत जैसा कर्म करेगा वैसा फल देगा भगवान सबसे पहले हमे खुद को बदलना होगा
हम सुधरेंगे ,जग सुधरेगा।
भक्ति करेंगे तो सारी खुशियां हमारे कदमो में होगी
3. इस संसार में एक पल का भी भरोसा नही है।(नया साल)
दोस्तो गुरुनानक जी की एक वाणी है।
ना जाने काल की कर डारे, किस विध ढल जा पासावे।
जिन्हा दे सिर ते मौत खुडक दी, उनहा नु कैड़ा हासा वे।।
उदाहरण:- गुरुनानक जी ने कहा है इस संसार में कब क्या हो जाए एक पल के बारे में नही सोच सकते कब हमे मृत्यु आजाये हम जिसके लिए खुशियां मनाते है ओर उसी समय कोई हादसा हो जाए तो सारी खुशी दुःख में बदल जाती है
खुशियां पाने के लिए त्योहार मनाते हैं,
लेकिन फिर भी हम दुखी रहते हैं ।
वर्ष के पहले तारीख यानी 1 जनवरी(नया साल)को हम मनोरंजक तरीके से त्योहार मनाते हैं इसकी मान्यता ये रही है कि अगर वर्ष के पहले दिन खुशी से बीते तो आने वाले दिन खुशी से बीतेंगे। यह मान्यता कितना सही है लोग भलीभांति समझते हैं सुखी रहने के लिए हमें अन्य तरीका अपनाना होगा।
4. अत्याचार, बलात्कार ,अन्याय इन पर रोक कैसे लगाए?(नया साल) पर
दोस्तो हमे सोचने ओर समझने की आवश्यकता है। जितना समय हम व्यर्थ गवा देते है, उसी समय को हम अच्छे काम करके भी बदल सकते है, जैसे बाला विवाह पर रोक,बलात्कारियों झड़ से मिटाना,चोरी न करो , नशा न करो, बुरी नजर मत रखो ये बदलाव स्वयं में लाने होंगे तब जाके ये बुराइयां झड़ से खत्म होगी
👉 परंपरा को रोमांचक तरीके से मना कर व्यर्थ में समय पैसा बर्बाद करते हैं ।
👉 खुशियां पाने के लिए त्योहार मनाते है लेकिन फिर भी हम दुखी रहते हैं ।
👉 Happy New Year's कहने से किसी के जीवन खुशियां नहीं आती ।
👉 सभी प्रकार के सुख हमें परमात्मा ही दे सकते हैं ।
उसके लिए हमे परमात्मा को खुश करेंगे तो हमे सारी खुशियां मिल सकती है ।
5. नशे से आजादी कैसे मिलेगी (नया साल)
सभी चाहते है की हम नशे को त्याग दे ओर हॉस्पिटल, बाबाओ के चक्कर काटते है, लाखो रुपए बर्बाद भी करते है
फिर भी नही छोड़ पाते नशे से होने वाली बीमारियां बड़ी भयंकर होती है इससे परिवार ,समाज नष्ट होता है नशा या कोई भी बीमारी से निजात सिर्फ परमात्मा ही दिला सकते है ।
नया साल मना रहे हो इस नए साल पर "जीने की राह" बुक जरूर पढ़े। क्योंकि इस बुक ने लाखो घरों को सही रास्ता दिखाया है, हर प्रकार की बीमारी से दूर किया है।
6. गलत रास्ते को त्याग कर सही रास्ते पर कैसे आये।(नया साल)
दोस्तो अहोभाग्य है की हमे मनुष्य जन्म मिला है ओर परमात्मा भी बस दुःख इस बात है की आज तक हमे किसी ने सही मार्ग नही दिखाया सब अपनी-अपनी बाते बताते है प्रमाण भी नही देते ही की वास्तव में परमात्मा कोन है कैसा दिखता है कैसे आता है ।
मगर एक परम् सन्त है जो प्रमाण भी देते है ओर साबित भी करते है की परमात्मा कबीर साहेब है उन परम् संत का नाम संतरामपाल जी महाराज है जो एक स्वच्छसमाज की स्थापना कर रहे है अगर आप भी स्वचछ समाज का हिस्सा बनना चाहते है, तो हमसे जुड़े ओर सही मार्ग पर चले।
7. सभी प्रकार से खुशियां कैसे मिले।
सभी प्रकार के खुशी हमें परमात्मा ही दे सकते हैं ।
जो ईश्वर /भगवान /अल्लाह/ परमात्मा पर विश्वास रखते हैं उनके लिए इनसे बढ़कर कोई नहीं हो सकता । आज के आधुनिक युग में हम आध्यात्मिक शक्ति को भूलते जा रहे हैं क्योंकि हमें कोई सच्चा अध्यात्मिक गुरु नहीं मिला एक सच्चा गुरु ही हमें जीवन के उद्देश्य को बता सकते हैं , गलत मार्ग से बचाकर सही मार्ग पर ले जाते हैं जिससे जीवन में आने वाली कठिनाइयों से दूर रहते हैं और सुखी से जीवन व्यतीत करते हैं दोस्तों वर्तमान में सच्चा गुरु संत रामपाल जी महाराज जी है जो ईश्वरीय शक्ति से परिचित करवा रहे हैं जिससे हर तथाकथित धर्म के लोग लाभ ले रहे हैं चाहे वो हिंदू ,मुस्लिम , सिक्ख या क्रिश्चियन । सुखी रहने के लिए हमें आज कोई त्योहार मानने की आवश्यकता नहीं ।
जीव हमारी जाती है, मानव धर्म हमारा।
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